
रिश्ते में प्यार है तो फिर परिवार है। भिवंडी का एक जैन परिवार इस बात की मिसाल है। यहां पांच भाई शुरू से ही एक साथ बैठकर एक ही थाली में खाना खाते रहे हैं। बीच में तीन भाई गुजर गए लेकिन शेष दो भाइयों ने इस परंपरा को टूटने नहीं दिया। बीते 50 वर्षों से दोनों एक ही थाली में खाते आ रहे हैं।
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