मेरे नाम की व्याख्या लोग कुछ इस तरह से करते हैं. 'प्र' यानि बहुत बड़ा और 'याग' यानि यज्ञ. 'प्रकृष्टो यज्ञो अभूद्यत्र तदेव प्रयागः इस प्रकार से मेरा नाम 'प्रयागराज' (Prayagraj) पड़ा.
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मैं तीर्थों का राजा प्रयागराज हूं, आस्था के साथ ही आजादी की लड़ाई का भी रहा हूं
Reviewed by Mohd Arshad
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August 29, 2020
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