यूपी चुनाव में फूलन देवी: आखिर 20 साल बाद अचनाक क्यों याद आ रही बैंडिट क्वीन?
बेहमई में 14 फरवरी 1981 को एक मल्लाह गैंग ने 20 मर्दों की हत्या कर दी, जिनमें से ज्यादातर ठाकुर जाति के थे। वह गैंग था फूलन देवी यानी बैंडिट क्वीन का। साथी विक्रम मल्लाह के कत्ल के बाद तीन हफ्तों तक सामूहिक बलात्कार किया गया था उसके साथ और उसमें कथित तौर पर शामिल थे बेहमई के दो ठाकुर। यह हत्याकांड उसी का बदला था। फूलन देवी नाम तब तक कानपुर, जालौन और भिंड के पुलिस रिकॉर्ड्स में ही था, लेकिन बेहमई नरसंहार के बाद दूर-दूर तक लोगों के जेहन पर छा गया। केवल नाम ही क्योंकि उससे पहले फूलन को किसी ने देखा ही नहीं था। यहां तक कि पुलिस के पास भी उसकी कोई तस्वीर नहीं थी।
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