UNGA में दिखा पाकिस्‍तान का दोमुंहापन... एक तरफ भारत से शांति की 'भीख', दूसरी ओर कश्‍मीर का राग

नई दिल्‍ली: अभूतपूर्व बाढ़ के चलते 'कंगाल' हो चुके पाकिस्‍तान के लिए सर्वाइवल से ज्‍यादा जरूरी कुछ और है... कश्‍मीर का मुद्दा। आर्थिक स्थिति डांवाडोल है, दूसरे देशों के आगे हाथ फैलाने पड़ते हैं, दोस्‍त भी फोन नहीं उठाते... फिर भी पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री सबसे बड़े ग्‍लोबल मंच से बात क्‍या करते हैं... कश्‍मीर की। (UNGA) में शरीफ का संबोधन पाकिस्‍तान के दोमुंहेपन की मिसाल है। एक तरफ वह भारत के साथ शांति की बात करते हैं, अगले ही पल कश्‍मीर का राग छेड़ देते हैं। शरीफ ने UNGA के सामने कहा कि 'हम भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांति चाहते हैं। हालांकि, दक्षिण एशिया में स्थायी शांति और स्थिरता जम्मू-कश्मीर विवाद के न्यायसंगत और स्थायी समाधान पर निर्भर है।' इससे चंद मिनट पहले ही शरीफ भारत से शांति के लिए 'अनुकूल माहौल' बनाने की 'भीख' मांग रहे थे। 'हम पड़ोसी हैं... हमेशा रहेंगे...'शरीफ ने संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा के मंच से शनिवार को कहा, 'भारत को रचनात्मक जुड़ाव के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए विश्वसनीय कदम उठाने चाहिए। हम पड़ोसी हैं और हमेशा के लिए हैं, चुनाव हमारा है कि हम शांति से रहें या एक-दूसरे से लड़ते रहें।' उन्‍होंने कहा कि '1947 के बाद से हमने 3 युद्ध किए हैं और इसके परिणामस्वरूप दोनों तरफ केवल दुख, गरीबी और बेरोजगारी बढ़ी है। अब यह हम पर निर्भर है कि हम अपने मतभेदों, अपनी समस्याओं और अपने मुद्दों को शांतिपूर्ण बातचीत और चर्चा के माध्यम से हल करें।' भारत ने सुरक्षा परिषद में सुधार की बताई जरूरतभारत सहित 34 देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सुधारों के लिए एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि संयुक्त बयान में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र को तत्काल और व्यापक सुधार की आवश्यकता है। इस बात पर जोर दिया गया है कि परिषद को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के बहुमत का गठन करते हुए विकासशील दुनिया की आकांक्षाओं और दृष्टिकोणों को प्रतिबिंबित करना चाहिए।


from https://ift.tt/dQOPhsq

No comments