यूक्रेन में बारूद बरसा रहे ईरानी ड्रोन का असर इजरायल तक, जानिए कैसे ईरान और रूस की दोस्‍ती हो रही मजबूत

मॉस्‍को: रूस लगातार यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमले कर रहा है। इन हमलों को ईरान में बने कमीकाजे या शाहिद-136 ड्रोन की मदद से अंजाम दिया जा रहा है। आठ महीने बाद यूक्रेन की जंग एक नई दिशा की तरफ मुड़ती हुई नजर आ रही है। यह लड़ाई अब के बीच भी दुश्‍मनी निकालने के अखाड़े में तब्‍दील हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो अगर ईरान, रूस को इजरायल ही नहीं बल्कि सऊदी अरब और यूएई के खिलाफ मजबूत करता हुआ नजर आ रहा है। ईरान ने इस बात से इनकार कर दिया है कि वह रूस को मदद कर रहा है लेकिन विशेषज्ञों को इस दावे में सच्‍चाई नजर नहीं आ रही है। रूस और ईरान की डील! रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ड्रोन के बाद अब ईरान ऐसे वेपन सिस्‍टम को डेवलप कर रहा है जिन्‍हें इजरायल, सऊदी अरब या फिर यूएई के खिलाफ प्रयोग किया जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान के साथ सैन्‍य सहयोग, रूस के लिए बेहद जरूरी हो गया है। ईरान वह देश है जिसने लंबे समय तक प्रतिबंधों का सामना किया है। आज वह इस स्थिति में है कि रूस को हथियार बनाने में मदद कर सके। उनकी मानें तो यह नया गठबंधन ईरान की मिलिट्री इंडस्‍ट्री को मदद देगा। यह मदद मीडिल ईस्‍ट के बदलाव के लिए कारगर साबित हो सकती है। कई विशेषज्ञ तो यहां तक मानते हैं कि ईरान, परमाणु कार्यक्रम के लिए रूस का समर्थन हासिल करेगा। इस डील के तहत ही वह रूस की मदद कर रहा है। यूक्रेन को इजरायल का साथ रूस की सेनाएं अगस्‍त के महीने से ही यूक्रेन में ईरान के ड्रोन का प्रयोग कर रही हैं। यूक्रेन, अमेरिका और यूके के अधिकारियों की तरफ से अलग-अलग मौकों पर यह बात कही गई है। पिछले दिनों जब कीव में हमले शुरू हुए तो एक बार फिर यह बात सामने आई कि यूक्रेन में ईरान का बना ड्रोन शाहिद-136 रूस की सेना का मददगार बना हुआ है। इस ड्रोन को सुसाइड ड्रोन भी कहते हैं। लेकिन इस ड्रोन का एक्‍सेस काफी सीमित है। न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की एक रिपोर्ट में एक सीनियर अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि एक प्राइवेट फर्म यूक्रेन को ऐसी सैटेलाइट तस्‍वीरें मुहैया करा रही है जिसमें रूस के सैनिकों की स्थिति के बारे में पता लग रहा है। यूक्रेन के साथ टेंशन यूके के रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि ये ड्रोन बहुत नीचे उड़ता है और ऐसे में किसी भी एयरक्राफ्ट के लिए इसे ढेर करना काफी आसान है। लेकिन साथ ही रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस बात की संभावना बहुत ज्‍यादा है कि रूस को इन ड्रोन की मदद से कई जगहों पर हमले करने में सफलता मिली हो। यूक्रेन और ईरान के बीच ड्रोन को लेकर राजनयिक तनाव बना हुआ है। ईरान ने कीव में राजदूत को वापस बुला लिया और दूतावास में अधिकारियों की संख्‍या कम कर दी है। ईरान और रूस के अधिकारियों की तरफ से इस बात से इनकार कर दिया गया है कि रूसी सेना ने ईरान के ड्रोन का सहारा लिया है। छह अक्‍टूबर को यूक्रेनी राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की ने इन दावों का मजाक उड़ाया था। उन्‍होंने कहा था कि लोगों ने उन्‍हें उड़ते हुए देखा है और यूक्रेन की मिलिट्री ने उन्‍हें ढेर कर दिया है।


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