टीम इंडिया ने अपनी कमजोरी को ही बना लिया है सबसे बड़ी ताकत, विश्व कप जीतने से अब कोई नहीं रोक पाएगा!

नई दिल्ली: आईसीसी 2022 की शुरुआत हो चुकी है। टूर्नामेंट में अभी क्वालीफाइंग राउंड का दौर चल रहा है। इसके बाद सुपर-12 के जंग की शुरुआत होगी। इस ग्रुप में भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका जैसी टीमों के बीच भिड़ंत देखने को मिलेगी। हालांकि टूर्नामेंट में किसी भी टीम को हल्के में नहीं आंका जा सकता है क्योंकि एक साल पहले ही ये सभी टीमें यूएई में टी20 विश्व कप खेल चुकी है, जिसकी विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम रही थी। टी20 विश्व कप 2021 को लेकर माना जा रहा था कि एशियाई कंडीशन में उस दौरान विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया खिताब की प्रबल दावेदार है लेकिन हुआ इसके ठीक उलट। दरअसल टीम इंडिया टूर्नामेंट के पहले ही दौर में न्यूजीलैंड और पाकिस्तान से हारकर बाहर हो गई थी। टीम के इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद खूब हो हल्ला मचा लेकिन अब वह सब कुछ पीछे छूट चुका है बावजूद इसके यह जानना जरूरी है कि आखिरी क्यों टीम इंडिया टी20 विश्व कप 20210 में अपनी उम्मीद पर खड़ी नहीं उतर पाई थी और क्या इस बार उसने अपनी गलती में सुधार किया है। बता दें पिछले कुछ समय से भारतीय टीम के खिलाड़ियों की सबसे परेशानी शॉट पिच मानी जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा होता हुआ नहीं दिखा रहा है क्योंकि रोहित शर्मा की कप्तानी वाली इस नए कलेवर की टीम ने अब अपनी कमजोरी को ही ताकत में बदल लिया है। ऐसे में आइए जानते हैं इस बार की टीम में क्या-क्या नया देखने को मिलेगा और किस रणनीति के साथ मैदान पर उतरेगी। शॉर्ट पिच की परेशानी टीम इंडिया के कुछ बल्लेबाजों को अक्सर देखा गया है कि उन्हें शॉट पिच की गेंद को खेलने में काफी परेशानी होती हैं। हालांकि टीम के खिलाड़ियों ने इस पर खूब मेहनत की है और इसका रंग भी देखने को मिला है। पिछले कुछ सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों ने जिस तरह से शॉट पिच की गेंद को खेला है वह काबिले तारीफ है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने बिना परेशानी के इस तरह की गेंद का सामना किया। यही कारण है कि ऑस्ट्रेलिया की तेज गति की पिचों पर अतिरिक्त उछाल को देखते हुए पाकिस्तानी टीम को भी शॉट पिच गेंद की लगातार प्रैक्टिस करते हुए देखा गया। टी20 विश्व कप में पाकिस्तान को अपने पहले मैच में भारत से ही भिड़ना है। जोश में नहीं गंवाना है होश टी20 विश्व कप 2021 में यह देखा गया था कि शुरुआती विकेट गिरने के बाद भारतीय बल्लेबाजी हड़बड़ा जाती थी। उसका खेल काफी सुरक्षात्मक हो जाता था, जिसके कारण रन की गति तो कम होती ही थी साथ ही गलतियों की संभावना भी काफी बढ़त जाती थी, जिसके कारण विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहता था और वह संभल नहीं पाती थी। ऐसे में अब टीम इंडिया ने अपनी इस रणनीति में पूरी तरह से बदलाव कर दिया है। खास तौर से टी20 फॉर्मेट में टीम इंडिया की रणनीति अब यह देखने को मिली है कि बेशक विकेट गिर रहे हों लेकिन खेल पूरी तरह से आक्रमण ही रहना चाहिए ताकि विरोधी टीम का दबाव उन पर हावी ना हो सके। मध्यक्रम हुआ है मजबूत पिछले दो टी20 विश्व कप को देखें तो भारतीय टीम मध्यक्रम की परेशानी से जूझ रहा था। शुरुआती विकेट गिरने के बाद मध्यक्रम में कोई ऐसा बल्लेबाज नहीं मिल पा रहा था जो कि पारी को संभाल सके। हालांकि अब हालात बिल्कुल बदल गए हैं। क्योंकि सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या जैसे खिलाड़ी के होने से टीम की बल्लेबाजी क्रम काफी मजबूती मिल गई है।


from https://ift.tt/7hUDRTc

No comments