LIVE: सुबह 7.30 बजे से RSS प्रमुख मोहन भागवत का संबोधन, यहां देखें हर अपडेट
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत पर आज सुबह 7.30 बजे स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे। विजयादशमी के दिन आरएसएस में शस्त्र पूजा की परंपरा है। आरएसएस प्रमुख शस्त्र पूजा के बाद हर वर्ष संगठन के नागपुर स्थित मुख्यालाय से व्याख्यान देते हैं। इसमें वो भले ही स्वयंसेवकों को संबोधित करते हों, लेकिन उनका यह संबोधन राष्ट्रीय महत्व का होता है। सरसंघचालक अपने संबोधन में ज्वलंत राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों का जिक्र करते हैं। उनके भाषण से यह भी पता चलता है कि आखिर आरएसएस की सोच क्या है और वह किस दिशा में आगे बढ़ रहा है। आरएसएस प्रमुख के संबोधन को संगठन के सोशल मीडिया पेज पर देखा जा सकता है। आरएसएस के फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पेज पर इसका सीधा प्रसारण होगा। हम भी यहां उनके संबोधन की हर बड़ी बातों से आपको रू-ब-रू करवाते रहेंगे। आरएसएस प्रमुख ने पिछले वर्ष के दशहरा उद्बोधन में देश की बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या के साथ-साथ बच्चों में मोबाइल फोन के दुरुपयोग, नशे की लत, ओटीटी प्लैटफॉर्म्स को लेकर भी चिंता जाहिर की थी। दूसरी तरफ उन्होंने भारत को अपने पड़ोसी पाकिस्तान के इरादों को लेकर भी सतर्क रहने का सुझाव दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत की छवि खराब करने का अंतरराष्ट्रीय अभियान चल रहा है। तब उन्होंने कहा था, 'विश्व को खोया हुआ संतुलन और परस्पर मैत्री की भावना देने वाला धर्म का प्रभाव ही भारत को प्रभावी करता है। यह ना हो पाए इसीलिए भारत की जनता, इतिहास, संस्कृति इन सबके विरुद्ध असत्य कुत्सित प्रचार करते हुए विश्व के साथ ही भारत के जनों को भी भ्रमित करने का काम चल रहा है।' आरएसएस प्रमुख ने पिछले दिनों कई मुस्लिम विद्वानों से बात की है। वो दिल्ली के एक मदरसे और मस्जिद में भी गए। इस लिहाज से माना जा रहा है कि इस बार के संबोधन में वो देश में हिंदू-मुस्लिम एकता पर अपना विस्तृत नजरिया पेश करेंगे। वैसे पिछले कुछ सालों से हिंदू-मुस्लिम एकता की भावना को बल देने वाले महत्वपूर्ण विषयों को कई बार उठा चुके हैं। उन्होंने एक भाषण में यह भी कहा था कि हर मस्जिद में शिवलिंग क्या देखना। वो काशी में ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। भागवत यह भी कह चुके हैं कि आरएसएस ने विशेष परिस्थितियों के कारण राम जन्मभूमि आंदोलन में हिस्सा लिया था, अब उसका इस तरह का कोई और आंदोलन छेड़ने का नहीं है।
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