धरती से यूक्रेन का नामोनिशान मिटा देंगे... पुतिन के फैसले से खुश हुआ दुनिया का सबसे खूंखार जल्लाद
मॉस्को: रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के कब्जाए गए चार क्षेत्रों में मार्शल लॉ लगा दिया है। इन क्षेत्रों में मार्शल लॉ लगाने का सबसे पहले सुझाव चेचेन्या के खूंखार कमांडर ने दिया था। कादीरोव ने ही पुतिन से आग्रह किया था कि उन्हें यूक्रेनी कब्जे वाले इलाके में मार्शल लॉ लगाकर कम क्षमता वाले परमाणु बमों का इस्तेमाल करना चाहिए। चेचेन कमांडर की सलाह के 18 दिन बाद पुतिन ने डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन में सेना को अतिरिक्त अधिकारी दे दिए हैं। पुतिन के इस फैसले के बाद भी रमजान कादीरोव ने रूसी सरकार का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि अगर रूस की तरफ एक भी गोली चलती है तो न केवल यूक्रेनी निर्णय लेने वाले केंद्रों पर हमला किया जाएगा, बल्ति उन्हें पृथ्वी से ही मिटा दिया जाएगा। कादीरोव को पुतिन का सबसे बड़ा समर्थक माना जाता है। चेचेन कमांडर ने क्या कहा कादीरोव ने कहा कि मैं रूस के चार नए क्षेत्रों में मार्शल लॉ पर निर्णय का पूरा समर्थन करता हूं। मैंने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि लोग जनमत संग्रह में रूस की तरफ इसलिए गए ताकि हम उन्हें नाजियों से बचा सकें। और अब, भले ही एक गोली रूस की ओर उड़ जाए, हमें न केवल निर्णय लेने वाले केंद्रों पर प्रहार करना चाहिए, बल्कि उनके चेहरों को धरती से ही मिटा देना चाहिए, ताकि इस फासीवादी सैन्य शासन के लिए कोई भी पनाहगाह न बच सके। कादीरोव ने यूक्रेन युद्ध में रूस का समर्थन करने के लिए सबसे पहले अपनी मिलिशिया को तैनात किया था। उसके लड़ाकों ने यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ बर्बरता की सभी हदों को पार कर दिया था। कादिरोव ने खुद खेरसान में जाकर अपने सैनिकों का हौसला बढ़ाया था। अब उसके लड़के रूस की तरफ से जंग लड़ने के लिए युद्ध क्षेत्र में पहुंचे हैं। पुतिन के मार्शल लॉ क्यों लागू किया रूस में मार्शल लॉ कानून 2002 में बनाया गया था। तब से लेकर अब तक पुतिन ने इसका कभी भी उपयोग नहीं किया था। इसका इस्तेमाल तभी किया जा सकता है, जब रूस आक्रामकता या आक्रामकता के तत्काल खतरे का सामना कर रहा हो। पुतिन ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों को शामिल कर उसे रूस का हिस्सा घोषित कर दिया है। ऐसे में पुतिन ने इसी आधार पर यूक्रेनी क्षेत्रों को रूस का हिस्सा बताते हुए इस कानून को लागू किया है। यूक्रेनी सेना तेजी से इन चारों इलाकों पर कब्जा जमा रही है। ऐसे में पुतिन ने मार्शल लॉ लागू कर यूक्रेन को चेतावनी दी है कि यह रूसी जमीन पर आक्रमण है और इसके खिलाफ पूरी ताकत से निपटा जाएगा। मार्शल लॉ के परिणाम क्या होंगे मार्शल लॉ के जरिए रूस बड़ी संख्या में सैनिकों को यूक्रेन के इन चार इलाकों में तैनात कर सकता है। हालांकि, रूस ने पहले से ही बड़ी संख्या में सैनिकों को इन इलाकों में तैनात किया हुआ है। ऐसे में यह साफ नहीं है कि क्या और बड़ी संख्या में रिजर्व सैनिकों को तैनात किया जाएगा या नहीं। डिक्री में कहा गया है कि मार्शल लॉ के तहत, अधिकारियों के पास रूस के सशस्त्र बलों की जरूरतों को पूरा करने के उपायों को लागू करने की शक्ति होगी। मार्शल लॉ अधिकारियों को आवाजाही पर अंकुश लगाने और लोगों को उनके घरों तक सीमित रखने के लिए कर्फ्यू लगाने की अनुमति देता है। इसके अलावा रूसी अधिकारियों को इन इलाकों से लोगों को जबरन घरों से बाहर निकालकर दूसरे इलाकों में शिफ्ट करने का अधिकार भी होगा।
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