पांच कुर्तों में गया था, पांच में आया, करा लें मेरी जांच... फकीर हूं, सत्‍यपाल मलिक की चुनौती

बुलंदशहर: () के गांव सेगली में आयोजित किसान महासम्मेलन मेघालय के पूर्व राज्‍यपाल () के तेवर काफी तल्ख नजर आए। केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ बोलते हुए उन्‍होंने कहा, मैं तो पहले से ही इस्‍तीफा जेब में लिए घूम रहा था। अब मैं आजाद हूं, कुछ भी कर सकता हूं, जेल जा सकता हूं।' किसानों के समर्थन में आवाज उठाने वाले मुद्दे पर उन्‍होंने कहा, वो मुझे सजा देने की कोशिश करेंगे। वो मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। मेरी 100 जांच कर दें, अपनी एक करा दें तो पता चल जाएगा। मैं तो अपनी कराने को तैयर हूं ये कराने को तैयार हैं क्‍या। मेरे खिलाफ कोई इंक्वायरी नहीं हो सकती कोई मुकदमा नहीं हो सकता, मैं पांच कुर्तों में गया था और पांच कुर्ते वापस लेकर घर लौटा हूं। मैं फकीर हूं। 'ये भ्रष्‍टाचार के खिलाफ हैं... मैं इस बहकावे में नहीं'करप्‍शन के खिलाफ आवाज उठाने पर जब उनसे सवाल पूछा गया तो सत्‍यपाल मलिक बोले, मैंने इनको दो मामले बताए लेकिन कोई जांच नहीं हुई। एक मंत्री का नाम बताया कि फोन करता है आपके यहां से बोल रहा है, उसके बारे में कहा गया कि हटाएंगे पर हटाया नहीं गया। इसी तरह मैंने गोवा में भ्रष्‍टाचार बताया, तो कहने लगे कि आपकी जानकारी गलत है। मैंने कहा कि मेरी जानकारी सही है। लेकिन उसे अभी भी वहीं रखे हुए हैं मुझे मेघालय भेज दिया। तो मैं इनके इस नारे में नहीं आता हूं कि ये भ्रष्‍टाचार के खिलाफ हैं। 'नहीं चाहता कि 2024 में बीजेपी आए' 2024 में होने वाले चुनाव के बारे में मलिक बोले, 'मैं चुनाव नहीं लडूंगा लेकिन वहां जाऊंगा और लड़ाई में मदद करूंगा। मैं बिल्‍कुल नहीं चाहता कि 2024 में एनडीए और बीजेपी रिपीट हो। जेल जाना पड़ तो जेल जाऊंगा किसानों के लिए, न किसी पार्टी में जाऊंगा न चुनाव लडूंगा।' दत्तात्रेय होसबाले का समर्थन आरएसएस नेता दत्तात्रेय होसबाले के बयान पर बोले, मैं उनकी बात से सहमत हूं। उन्‍होंने अच्‍छा किया कि वे बोले, क्‍योंकि दिल्‍ली तो आंखें मूंदकर पड़ी है कि जैसे कुछ है ही नहीं। वे यही मानते हें कि बेरोजगारी नहीं है, गरीबी नहीं है। मैं तो यही मानता हूं कि बेरोजगारी बहुत है, भुखमरी बहुत है। नौजवानों को नौकरियां नहीं मिल रही हैं। वे ले आए हैं अग्निवीर तीन साल की नौकरी मिलेगी कोई पेंशन नहीं होगी कोई क्‍यों मरेगा उसके लिए। 2024 पर बोले, मैं चाहता हूं कि बीजेपी न आए, जब पूछा कि इनका विकल्‍प कोन है तो बोले, मैं ही हूं इनका विकल्‍प, हर आदमी है इनका विकल्‍प, जब ये हटाए जाते हैं विकल्‍प नहीं खोजा जाता। दिल का दर्द भी झलका मलिक बोले, सरकार मुझपर ज्यादती करेगी, दिल्ली में हर गवर्नर को घर मिलता है सरकार ने मुझे घर नहीं दिया। तीन तीन बार चिट्ठी लिखी, सुरक्षा के लिए जम्मू कश्मीर की सुरक्षा समिति ने। गृह मंत्री को चिट्ठी लिखी कि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मालिक को पाकिस्तान से जान का खतरा है, सरकार ने सुरक्षा नहीं दी। डीजी जेल की हत्या पर बोले सत्यपाल मालिक, गृह मंत्री जम्मू में थे, स्टेट में उनकी मौजूदगी के दौरान डीजी जेल की हत्या कर टेरेरिस्ट ने बड़ा सन्देश दिया है। यह टेरिस्ट घटना है, जिसपर डीजी को मारने का आरोप है वह एसपीओ यानी पुलिस का आदमी था।


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